MrJazsohanisharma

आधार के जैसा घर को भी रहेगा यूनिक कोड.

 देश में जैसे हर एक व्यक्ति का  आधार नम्बर होता है वैसेही अभी से हर एक घर को रहेगा एक यूनिक कोड  (Digital address code) उसके बजेसे आप को कही भी घर का पता देने की जरुरत नहीं है  बस आप ने वो यूनिक कोड दे  दिया तो  आपका पत्ता पता चल जाएगा 

बैंक अकाउंट में या फिर   क्रेडिट कार्ड के लिए या  अन्य किसी भी योजना के लिए आपको पत्ते की जरुरत नहीं है अब आपको पिनकोड की भी जरुरत नहीं है घरका यूनिक आईडी आपका पता बताएगा अभी हर एक बिल्डिंग का डिजिटल कोड रहेगा  केन्द्रीय मंत्रालय के पोस्ट विभागसे इस दिशा के तरफ कदम उठाया है पोस्ट विभाग इस सन्दर्भ में सामान्य जनता और भागधारक तरफ से सुचना मंगवाये गए है देश में अंदाज से पैंतीस कोटी मकान है और व्यावसायिक या अन्य इमारती पचहत्तर कोटी है इसके लिए १२ अंकी आईडी नम्बर तैयार करना पोस्ट विभाग का ध्येय है 



क्या हैं नई व्यवस्था के फायदे ?

  • हर मकान का पता ऑनलाइन देख सकते है 
  • बैंक में खाता खोलना या टेलीफोन या बिजली का बिल के लिए पत्ते की जरुरत नहीं होगी 
  • नई व्यवस्था में हर मकान को अलग कोड 
  • एक बिल्डिंग में पचास फ्लैट है तो उसके लिए हर फ्लैट को एक यूनिक कोड 
  • केवायसी के लियें बैंक, विमा कम्पनी कार्यालय और दुसरे ठिकान पर जाने की जरुरत नहीं 
  • ई-केवायसी डिजिटल के माध्यम से होगी



ये यूनिक कोड सब ऑनलाइन सुविधा के लिए फायदेशीर रहेगा DAC द्वारा हर एक उपग्रह को इमारती का स्थान बताया जा सकता है पता गलत देने वालोंका पता पर्दाफाश होगा इस योजना से पुरा देश २५,००,००० बस्तियों में विभाग जाने की संभावना है corporate ऑफिस या सरकारी goverment ऑफिस काम्प्लेक्स को भी अलग डिजिटल एड्रेस कोड होगा  

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